कीबोर्ड(Keyboard)
हेलो दोस्तों नमस्कार🙏🙏,,
कम्प्यूटर कीबोर्ड का इतिहास – (Computer Keyboard History)
कम्प्यूटर कीबोर्ड का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. मगर, इसका पूर्वज टाइपराइटर हैं. इसलिए कीबोर्ड को भी टाइपराइटर जितना बुढा माना जा सकता है।
आधुनिक कम्प्यूटर कीबोर्ड का आविष्कार, Christopher Latham Sholes, ने सन 1868 में किया था. क्योंकि इसी दिन इनको आधुनिक टाइपराइटर का पैटेंट हांसिल हुआ था।
अब जानते है keyboard के बारे में सब कुछ..................................................?
कंप्यूटर कीबोर्ड क्या है – What is Keyboard in Hindi
कीबोर्ड एक Input device है. इसका इस्तमाल मुख्य रूप से computer में commands, text, numerical data और दुसरे प्रकार के data को enter करने के लिए किया जाता है. एक user computer के साथ बातचीत करने के लिए input devices जैसे की keyboard और mouse का इस्तमाल करते है.
इसके बाद ये entered data को machine language में बदल दिया जाता है जिससे की CPU उस data और instructions को समझ सके जो की input devices से आ रहा है।
कंप्यूटर कीबोर्ड कैसे काम करता है?
ये एक इनपुट डिवाइस के साथ ही एक हार्डवेयर डिवाइस भी होता है जो यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार काम करता है.
ये circuits, switches और processors से मिलकर बना हुआ होता है जिसकी मदद से टाइप किया जाने वाला हर keystroke message कंप्यूटर तक पहुँचता है.
आप ये नहीं समझना की मैं CPU के प्रोसेसर की बात कर रहा हूँ बल्कि कीबोर्ड में इसका अपना खुद का भी प्रोसेसर होता है.जो हर इनफार्मेशन को सिस्टम तक पहुंचाता है.
जब हम कुंजीपटल में कुछ भी टाइप करते हैं मान लीजिये की मैंने A टाइप किया तो इससे एक switch press होता है. स्विच के press करने से circuit पूरा हो जाता है और एक हलकी सी current flow कर जाती है.
जब स्विच को हम दबाते हैं तो इसकी वजह एक घनघनाहट पैदा होती है जिसे bounce के नाम से जाना जाता है जिससे processor तक ये पहुँच जाता है. इस cicuit system के एक बड़े पार्ट से Key matrix बनता है.
बटन जिसे हम टाइप करते हैं उसके निचे छोटे छोटे बटन के आकर के सांचे जैसे grid बने होते हैं इसे ही key matrix कहा जाता है.
जब प्रोसेसर को ये पता चल जाता है की एक circuit close हो चूका है तब ये ROM में स्थित character map से key matrix के circuit के location की तुलना करता है. Character map एक तुलना करने वाला चार्ट होता है.
जो हर butoon key की location processor को बताता है. इसके साथ ही ये keystroke के combination की matrix location भी बताता है. जैसे कभी कभी हम Shift और Control बटन के साथ दूसरे alphabets को press करते हैं यही combination of keystrokes होता है.
इस तरह जब हमने A press किया तो एक current flow होगी जो vibration पैदा करेगी जिसका पता processor को चल जायेगा अब वो key matrix में इस के circuit के location को ROM के character चार्ट से करेगी फिर इसे पता चल जायेगा की कौन सा बटन प्रेस हुआ इस तरह ये तुरंत आउटपुट में A लिख कर डिस्प्ले कर देगा.
कीबोर्ड की बनावट – Types of Keyboard Layouts in Hindi
एक कीबोर्ड पर कुंजीयों (Keys) की विशेष जमावट को ही कीबोर्ड लेआउट कहते है. कीबोर्ड लेआउट ही कीबोर्ड की बनावट, आकार तथा प्रकार को निर्धारित करता है
आज कम्प्यूटर कीबोर्ड के विभिन्न लेआउट उपलब्ध हैं. दुनिया के अलग-अलग देशों ने अपनी भाषा और लिपि के अनुसार Keyboard Layouts विकसित किये हैं.
हम इन सभी कीबोर्ड लेआउट को मोटे तौर पर दो वर्गों में बांट सकते है:
- QWERTY Keyboard Layout
- Non-QWERTY Keyboard Layout
1. QWERTY Keyboard Layout
यह सबसे ज्यादा प्रचलित और उपयोग होने वाला कीबोर्ड लेआउट है. इसे दुनियाभर में अपनाया गया है. और आधुनिक कम्प्यूटर कीबोर्ड में इसी लेआउट को ही इस्तेमाल किया जाता है.
QWERTY Layout पर आधारित कुछ अन्य Keyboard Layouts:
- QWERTY
- QWERTZ
- AZERTY
- QZERTY
2. Non-QWERTY Keyboard Layout
जिन कीबोर्ड में QWERTY Layout को कुंजीयों की जमावट के लिए इस्तेमाल नही किया जाता हैं, उन्हे Non-QWERTY Keyboard कहते हैं. कुछ Non-QWERTY Keyboard Layouts.
- Dvork
- Colemak
- Workman
Laptop Keyboard
ये QWERTY version का ही कीबोर्ड होता है. लैपटॉप में जो उसे होता है वो इसके सामान ही होता है. बस फर्क ये होता है की कुछ बटन को space की कमी होने के कारन कम कर दिया जाता है.
इस तरह के कीबोर्ड में कुछ एक्स्ट्रा Keys होते हैं जैसे power button, volume button, play button, rewind button, mute button इत्यादि.
Gaming Keyboard
गेमिंग कीबोर्ड भी नार्मल कीबोर्ड्स के सामान ही होते हैं बस थोड़ा फर्क ये होता है की इस में कुछ एक्स्ट्रा Keys दिए हुए होते हैं. इसमें एक्स्ट्रा फीचर्स के रूप में illuminated keys, multimedia keys, एक LCD screen, palm rest दिया हुआ होता है.
illuminated keys का उपयोग रात के समय में गेम खेलने के लिए होता है. जब रात में अँधेरा ज्यादा हो जब कीबोर्ड ठीक से नहीं दिखाई देता है तो illuminated कीबोर्ड काम आता है. गेम खेलने का बिच में मल्टीमीडिया keys म्यूजिक के साउंड को बढ़ाने और म्यूजिक ट्रैक को बदलने के काम आता है.
Ergonomic Computer keyboard
Ergonomic ऐसे कीबोर्ड्स हैं जो हाथ के muscle के टाइपिंग करने से होने वाले दर्द को कम करने के लिए बनाया गया है. साथ ही हाथ को आराम देने के लिए बनाया गया है.
सामान्यत: इस तरह के कीबोर्ड्स 2 हाथ वाले typists के लिए V-Shape में बनाया जाता है. इससे एंगल बन जाता है जिससे टाइपिंग स्पीड भी बढ़ जाती है.
Laser or Infrared Keyboard
कंप्यूटर की दुनिया में ये लेटेस्ट टेक्नोलॉजी है. इस टेक्नोलॉजी से कीबोर्ड लाइट के रूप में flat surface में प्रोजेक्ट हो जाता है. इसकी लाइट प्रोजेक्ट होने से टेबल या डेस्क पर ही ये बन जाता है.
टेबल या डेस्क पर बने कीबोर्ड में ही आप टाइप कर के वर्ड्स को कंप्यूटर में इनपुट कर सकते हैं. वैसे ये टेक्नोलॉजी अभी डेवलपिंग स्टेज में है इसीलिए इस का रेगुलर उपयोग नहीं हो रहा है.
Rollup Keyboard
Rollup सफर में इस्तेमाल होने वाले सबसे बेस्ट कीबोर्ड्स हैं. इसे आप रोल कर के रख सकते हैं और जब जरुरत हो उसे फिर खोल के उपयोग कर सकते हैं. इसे carry करना बहुत ही आसान हो जाता है इसकी rollup होने की वजह से.
ये आम तौर पर silicon और polyurethane मटेरियल से बना हुआ होता है. इस मटेरियल का यही फायदा है आप इसे rollup कर सकते हैं लेकिन इसे फोल्ड नहीं करना है इससे सर्किट डैमेज होने का खतरा होता है.
कीबोर्ड के सभी बटनों की जानकारीऔर उनका उपयोग – All Keyboard Keys Name and Uses
‘QWERTY’ Layout अब तक का सबसे प्रचलित और दुनियाभर में अपनाया गया पैटर्न है. और इस लेख में भी इसी प्रकार के Keyboard को उपयोग करना बता रहे है.
आइए, जानते है एक Keyboard में कुल कितने बटन (कुंजी) होते है? सभी बटनों का नाम, प्रकार तथा इनका क्या उपयोग है?
एक सामान्य Keyboard में कुल 104 Keys होती है. तथा इनकी संख्या Keyboard Manufactures और Operating System पर भी निर्भर करती है. इसलिए मोटे तौर पर हम कह सकते है कि एक QWERTY Keyboard में लगभग 100 Keys (±) होती है.
कीबोर्ड में मौजूद प्रत्येक कुंजी का अपना विशेष कार्य होता है. और इसी कार्य के आधार पर इनको निम्न छह श्रेणीयों में बाँटा गया है. जिनका वर्णन इस प्रकार है.
- Function Keys
- Typing Keys
- Control Keys
- Navigation Keys
- Indicator Lights
- Numeric Keypad
1. Function Keys
Function Keys Keyboard में सबसे ऊपर होती है. इन्हें Keyboard में F1 से F12 तक लिखा जाता है. Function Keys का उपयोग किसी विशेष कार्य को करने के लिए किया जाता है. इनका हर प्रोग्राम में अलग कार्य होता हैं।
2. Typing Keys
सबसे अधिक उपयोग इन्ही keys का होता है. Typing keys में दोनो तरह की keys (alphabet और numbers) शामिल होती है, इन्हे सामुहिक रूप में Alphanumeric keys कहा जाता है. Typing keys में सभी तरह के symbols तथा punctuation marks भी शामिल होते है.
जब आप कम्प्यूटर टाइपिंग सीखते है तो भी इन्ही कुजियों का प्रशिक्षण ही करवाया जाता है. इसलिए, इन कुंजियों की जानकारी अच्छी तरह कर लेनी चाहिए.
टाइपिंग कुंजियों के बारे में हमने और अधिक जानकारी नीचे दी हुई है. इसलिए, इसे जरूर देंखे.
3. Control Keys
इन keys को अकेले या अन्य keys के साथ कोई निश्चित कार्य करने में इस्तेमाल किया जाता है. एक सामान्य Keyboard में अधिकतर Ctrl key, Alt key, Window key, Esc key का उपयोग Control keys के रूप में किया जाता है. इनके अलावा Menu key, Scroll key, Pause Break key, PrtScr key आदि keys भी control keys में शामिल होती है.
4. Navigation Keys
Navigation keys में Arrow keys, Home, End, Insert, Page Up, Delete, Page Down आदि keys होती है. इनका use किसी document, webpage आदि में इधर-उधर जाने में होता है.
5. Indicator Lights
Keyboard में तीन तरह की Indicator light (संकेतक) होती है. Num Lock, Scroll Lock और Caps Lock.
जब Keyboard में पहली light जली होती है तो इसका अर्थ है कि Numeric Keypad चालु है, और यदि ये बंद हो तो इसका अर्थ है कि Numeric Keypad बंद है.
दूसरी, light हमें letters के Uppercase और Lowercase के बारे में संकेत करती है. जब, ये बंद होती है तो letter lowercase में होते है, और जब ये चालु होती है तो letter uppercase में होते है.
तीसरी, जिसे Scroll Lock के नाम से जाना जाता है. यह हमें scrolling के बारे में संकेत करती है.
6. Numeric Keypad
इन्हे हम Calculator keys भी कह सकते है, क्योंकि एक Numeric keypad में लगभग (कुछ अतिरिक्त) एक calculator के समान ही keys होती है. इनका इस्तेमाल numbers लिखने में किया जाता है.
कुछ मुख्य Typing Keys और उनका उपयोग
1. Tab Key
Tab का use एक साथ कई अक्षरों का space देने के लिए किया जाता है. इसके अलावा भी इसके कई उपयोग है. Tab का use कुछ Keyboard Shortcuts में भी किया जाता है. टैब बटन कम्प्यूटर में केवले एक ही होता है. जो बाएं तरफ स्थित होता है.
2. Caps Lock Key
इस बटन का उपयोग सभी letters को uppercase (बड़ा) में लिखने के लिए किया जाता है. जब, Caps Lock ऑन रहता है तो सभी letters uppercase में लिखे जाएगें और ऑफ रहने पर lowercase में लिखे जाते है.
- Uppercase Letters – A, B, C, D…
- Lowercase Letters – a, b, c, d…
3. Shift Keys
Shift Keys का उपयोग letters को uppercase में लिखने के लिए किया जाता है. इसके अलावा किसी बटन के ऊपर वाले हिस्से को type करने के लिए भी Shift Keys का इस्तेमाल किया जाता है.
शिफ्ट बटन कम्प्यूटर में दो होते हैं. एक बायां शिफ्ट बटन और दूसरा दायां शिफ्ट बटन. जब, बड़ा अक्षर बाएं हाथ से टाइप करना है तब दायां शिफ्ट बटन दबाते है और दाएं हाथ से बड़ा अक्षर टाइप करने के लिए बायां शिफ्ट दबाते हैं.
4. Spacebar
Spacebar Keyboard में सबसे बड़ी key होती है. इसका उपयोग Cursor को एक space आगे खिसकाने के लिए किया जाता है.
5. Enter Key
Enter Key एक महत्वपूर्ण key है. इसका use अगली line शुरू करने के लिए किया जाता है. जब Enter को दबाया जाता है तो Cursor अगली line के शुरूआत में चला जाता है. Enter Key ‘OK’ button का कार्य भी करती है.
6. Backspace
Backspace का use Cursor के आगे के तथा select किए हुए text को delete करने के लिए किया जाता है. इसके साथ ही अलग-अलग सॉफ्टवेयर में इसका कार्य बदल जाता है.
कुछ मुख्य Control Keys और उनका उपयोग
1. Esc Key
Esc Key का use वर्तमान में चालु किसी task को cancel करने के लिए किया जाता है. Esc Key पूरा नाम Escape Key है.
2. Ctrl Key
Ctrl Key का पूरा नाम Control Key है. इसका use Keyboard Shortcuts में किया जाता है.
3. Alt Key
Alt Key का पूरा नाम Alter Key है, इसका use भी Keyboard Shortcuts में किया जाता है.
4. Windows Logo Key
इस Key का use Start Menu को Open करने के लिए किया जाता है.
5. Menu Key
Menu Key माउस के Right Click के समान ही कार्य करती है. यह किसी चुने हुए प्रोग्राम से संबंधित विकल्पों को open करती है.।
Navigation Keys का उपयोग
1. Arrow Keys
Arrow Keys चार होती है- Up Arrow, Down Arrow, Left Arrow तथा Right Arrow. इनका use cursor और Webpage को Arrows कि दिशा में सरकाने के लिए किया जाता है.
2. Home Key
Home Key का use cursor को किसी दस्तावेज के शुरूआत मे लाने के लिए किया जाता है. इसकी सहायता से एक Webpage और Document के एक दम शुरूआत में आ सकते है.
3. End Key
End Key का use cursor को किसी दस्तावेज के आखिर मे लाने के लिए किया जाता है. इसकी सहायता से एक Webpage और Document के एक दम नीचे जा सकते है.
4. Insert Key
Insert Key का use Insert mode को On तथा Off करने के लिए किया जाता है.
5. Delete Key
Delete Key का use Cursor के बाद के text, select किए हुए text तथा files एवं folder को delete करने के लिए किया जाता है।.
6. Page Up Key
Page Up Key का use Cursor एवं किसी page को कुछ ऊपर सरकाने के लिए किया जाता है.
7. Page Down Key
Page Down Key का use Cursor एवं किसी page को कुछ नीचे सरकाने के लिए किया जाता है.
Numeric Keypad का उपयोग
Numeric Keypad Keyboard के दांये तरफ होता है. इसमें 0 से 9 तक संख्याए होती है. साथ ही गणीतिय चिन्ह- addition, subtraction, division, multiplication तथा decimal चिन्ह भी होते है.
Numeric Keypad का use संख्याए लिखने के लिए किया जाता है. ये संख्याएं Keyboard में दूसरी जगह भी होती है, लेकिन Numeric Keypad से इन्हे जल्दी से लिखा जा सकता है. इसके अलावा Numeric Keypad का use Navigation Keys की तरह भी कर सकते है. Numeric Keypad को इस्तेमाल करने के लिए Num Lock को On रहना चाहिए।
Thanks my friends.........
Prateek pandey
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